नई दिल्ली: छत्रपति संभाजी महाराज की अदम्य वीरता की कहानी—'छावा
ट्लर की पहली झलक: अद्भुत सिनेमैटिक अनुभव
"हम शोर नहीं करते, सीधा शिकार करते हैं,"
सिर्फ उनकी ताकत ही नहीं, बल्कि उनके चरित्र की गहराई को भी दर्शाता है।
कलाकारों का दमदार प्रदर्शन
विक्की कौशल के साथ, रश्मिका मंदाना येसुबाई भोंसले के रूप में फिल्म में अपनी छाप छोड़ती हैं। येसुबाई न केवल एक पत्नी थीं, बल्कि एक कर्तव्यपरायण महिला थीं, जिन्होंने संभाजी महाराज के हर फैसले में उनका साथ दिया।युद्ध के दृश्य और ऐतिहासिक भव्यता
फिल्म का हर दृश्य 17वीं सदी की जीवंत झलक पेश करता है। तलवारों की टकराहट, रणनीति से भरी लड़ाइयां, और वीर मराठाओं की बहादुरी, दर्शकों को अपनी सीट से बांधकर रखने का वादा करती है। ट्रेलर का अंतिम दृश्य, जिसमें विक्की कौशल एक खूंखार शेर से लड़ते हैं, फिल्म की उत्कृष्टता को और ऊंचा कर देता है।महान विरासत को सलाम
फिल्म के कैप्शन में लिखा है:
"16 जनवरी 1681 को छत्रपति संभाजी महाराज के राज्याभिषेक ने एक अमर विरासत की नींव रखी। 344 साल बाद, हम उनकी कहानी को जीवंत करने के लिए तैयार हैं।"यह संदेश फिल्म के मुख्य उद्देश्य को रेखांकित करता है—उनके अदम्य साहस और गौरव की गाथा को नई पीढ़ी तक पहुंचाना।
रिलीज़ की तारीख और निर्माण
'छावा' का निर्देशन लक्ष्मण उटेकर ने किया है, और इसे मैडॉक फिल्म्स द्वारा निर्मित किया गया है। यह फिल्म 14 फरवरी, 2025 को सिनेमाघरों में रिलीज़ होगी। इतिहास के पन्नों में दर्ज एक योद्धा की कहानी को इस फिल्म के माध्यम से जीवंत होते देखना निस्संदेह एक अनमोल अनुभव होगा।निष्कर्ष
'छावा' न केवल एक फिल्म है, बल्कि यह मराठा साम्राज्य की गौरवशाली विरासत का उत्सव है। यह फिल्म हमें बताती है कि इतिहास केवल अतीत की बात नहीं है, बल्कि वह वर्तमान और भविष्य को प्रेरणा देने वाला आधार है।तो, तैयार हो जाइए, क्योंकि 14 फरवरी 2025 को 'छावा' सिनेमाघरों में न सिर्फ एक कहानी, बल्कि एक महाकाव्य लेकर आएगा।